नई दिल्ली : गौरतलब है कि आज कल ईडी में निशाने पर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल बने हुए हैं। केजरीवाल और प्रवर्तन निदेशालय के बीच आंख मिचौली जारी है। तीन बार प्रवर्तन निदेशालय अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा है। लेकिन वो नहीं पहुँच रहे हैं। अलग-अलग कारण बताकर वे बचते रहे हैं। आप-भाजपा के तमाम आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच प्रश्न यह भी उठने लगा है कि आखिर अरविंद केजरीवाल ही प्रवर्तन निदेशालय की जांच से बचने के लिए तरह-तरह की जुगत क्यों लगा रहे हैं?आपको बतादें ईडी ने सिर्फ अरविन्द केजरीवाल को ही नहीं बल्कि इससे पहले राहुल गांधी और सोनिया गांधी से भी प्रवर्तन निदेशालय समेत कई एजेंसियों ने खूब पूछताछ की है। हर बार उन्होंने एजेंसियों के कार्यालय पर जाकर अपने जवाब दिए। कांग्रेस के दोनों ही शीर्ष नेताओं ने जांच एजेंसी के सामने पेश होने से कभी इनकार नहीं किया।
राहुल-सोनिया ने दिए ईडी को डटकर जवाब तो अब केजरीवाल क्यों खेल रहे आँख मिचोली ?
कांग्रेस पार्टी हमेशा यह आरोप लगाती रही कि पुराने विवादों को उछालकर उनके नेताओं को अकारण परेशान भाजपा की तरफ से किया जा रहा है। राहुल और सोनिया ने इसके बाद भी दोनों नेताओं ने कभी जांच से भागने की कोशिश नहीं की। उन्होंने डटकर जांच एजेंसियों के सवालों का सामना किया। यही दो नेताओं से नहीं बल्कि ईडी ने प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से भी पूछताछ की गई, तो उन्होंने भी कभी जांच से बचने की कोशिश नहीं की .लेकिन अरविंद केजरीवाल लगातार ईडी के सामने जाने से बचने के कारण सवाल घिरते नज़र आ रहे हैं कि आखिर केजरीवाल बच क्यों रहे हैं ? क्या उन्हें यह पूरा विश्वास है कि शराब घोटाले में उनकी संलिप्तता के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है?