नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण की दुबारा दस्तक की ख़बरों ने राज्यों में चिंताजनक स्थिति पैदा की है। कही कही एसपी भी जारी की गयीं थीं। इसके नए वेरिएंट JN1 के खतरे से बचाव के लिए सावधानियां भी बरतने के निर्देश जारी हुए हैं। लेकिन अब कोरोना संक्रमण के मामलें तेजी से वैश्विक स्तर पर बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं, खासकर कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मामलें। आपको बतादें कि कई देशों में हालात बिगड़ने की खबरे सामने आने लगीं हैं।
जिससे चिंता बढ़ गई है। दरअसल , सिंगापोर-अमेरिका में इस संक्रमण की लहर आने का दावा हुआ है। भारत में भी कोरोना के मामलों में 40-50 दिनों के भीतर बड़ा उछाल देखा गया है। नए वैरिएंट्स को लेकर ज्यादातर अध्ययनों में पाया गया है कि ये वैरिएंट तेजी से संक्रमण जरूर फैलाते हैं पर इसके कारण गंभीर रोग का खतरा कम होता है। जानकारियां डरा रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी की तरफ से कहा गया था कि क्रिसमस और फिर नए साल की छुट्टियों के दौरान इकट्ठा हुई लोगों की भीड़ के चलते विश्व स्तर पर नए कोरोना वैरिएंट का ख़तरा और इसके मामलों में तेजी आई थी। डब्ल्यूएचओ की मानें तो इसके डायरेक्टर जनरल ने कहा है कि संक्रमण के कारण दिसंबर में लगभग 10,000 मौतें हुईं हैं। करीब 50 देशों के डेटा से पता चलता है कि यहां पर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भी 42 फीसदी तक की बढ़ोतरी आई है।