वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन पर रेवसा गांव के पास हादसा इतना भयावह हुआ है की आपकी पढ़कर रूह न कांपे तो कहना। आपको बतादें कि हादसे की गम्भीरता इससे पता चल रही है कि कदम-कदम पर सड़क पर श्रद्धालुओं के शव पड़े थे। किसी की आंतें और किडनियां बाहर निकल गई थी तो किसी का सिर धड़ से अलग था। प्रयागराज महाकुंभ से स्नान कर लौटे श्रद्धालु जगह-जगह शव के पास बैठकर बिलख रहे थे। पुलिस ने एंबुलेंस आने के बाद किसी तरह शवों को उठाकर पोस्टमार्टम हाउस भेजा। जहां शवों की पहचान के बाद उनके अंग रखे गए।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हादसे के बाद किसी ने डायल 112 पर सूचना दी, एएसपी सिटी ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद, सीओ सिटी सुधाकर पांडेय, नंदगंज थाना पुलिस, ट्रैफिक पुलिस प्रभारी मनीष त्रिपाठी, जंगीपुर थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह पहुंचे। एक शव पड़े देख विचलित से हो गए। वहीं, स्ट्रेचर पर एक के बाद एक शवों को पुलिस ने उठाया। शाम करीब साढ़े पांच बजे मृतकों के कपड़े, हुलिया और कटे सिर से पहचान हुई।
क्या हुआ ?-
पिकअप सवार श्रद्धालु एक सप्ताह पहले प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए निकले थे, जो बीते बृहस्पतिवार को भोर में स्नान करने के याद वहां से निकल गए लेकिन लौटते समय जाम में फसे रहे जिसके बाद पिकअप चालक (मालिक) धर्मवीर साहनी ने बताया है कि 24 जनवरी को ये निकले थे। जाम में फंसते-फंसते प्रयागराज पहुंचे। 30 जनवरी को भौर में तीन-चार बजे महाकुंभ में स्नान किया लेकिन जाम के कारण वे झूंसी से आगे नहीं निकल पाए। वहीं रात गुजारी। घायल मुन्नी देवी के मुताबिक वे लोग इसी तरह मचान बनाकर दो पिकअप से गए थे। दूसरे जत्थे का पता नहीं है।गाजीपुर में वाराणसी-गाजीपुर हाईवे पर शुक्रवार को दोपहर में महाकुंभ से गोरखपुर लौट रही पिकअप का डाला टूटने से गिरे नौ श्रद्धालुओं को डंपर ने कुचल दिया।