आज गुरूवार को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सूखाताल का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान प्रबंधक निदेशक केएमवीएन, सचिव प्राधिकरण, उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार, नायब तहसीलदार नैनीताल, सिंचाई विभाग, जल संस्थान आदि विभागों के अधिकारी अवसर पर उपस्थित रहे।
सूखाताल को झील के रूप में विकसित करने के लिए 29 करोड़ की लागत से इसका सौंदर्यीकरण कार्य किया जाना है, जिसके मास्टर प्लान का कुमाऊं आयुक्त ने गहन अध्ययन कर खबर ली और प्रबंधक निदेशक केएमवीएन डां. संदीप तिवारी ने कहा कि उनके द्वारा सुखाताल सौंदर्यीकरण के विकास कार्य किए जा रहा हैं। बतादें कि उनके द्वारा ताल के सौंदर्यीकरण कार्यों में ताल का समतलीकरण, साफ-सफाई, सिटिंग अरेंजमेंट, लाइटिंग, पाथ-वे, बुडिंग कार्य और इसके निकट बनी बहुमंजिला पार्किंग बिल्डिंग के नीचे नौ दुकानों व लिफ्ट का कार्य भी होना बाकी है और अतिरिक्त सूखाताल में पर्यटकों के लिए बोटिंग, कैस्केड जैसी गतिविधियां भी प्रदान की जाएगी। दीपक रावत ने कहा सुखाताल के सौंदर्यीकरण का कार्य शीघ्र कर लिया जाए और सौंदर्यीकरण का कार्य उच्च गुणवत्ता युक्त हो। ताल का पानी स्वच्छ और साफ होना चाहिए, इसमें बरती गई लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, सभी संबंधित अधिकारी जिम्मेदारी से काम करें।