गौरीकुंड तक सुरक्षित पैदल पहुँचने के लिए सोनप्रयाग से मंदाकिनी नदी के दाईं तरफ से पैदल बाईपास का निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया गया है। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग की आपत्ति के कारण पिछले कई दिनों से कार्य बंद पड़ा था। 1.5 किमी लंबे और 1.8 मीटर चौड़े इस रास्ते को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने के लिए मंदाकिनी नदी पर दो पुल भी प्रस्तावित हैं।
बाईपास के बनने से यात्रियों को भूस्खलन जोन से निजात मिलेगी। बीते 31 जुलाई को अतिवृष्टि के बाद से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनप्रयाग से लगभग एक किमी आगे भारी भूस्खलन हो रहा है।पहाड़ी का डेढ़ सौ मीटर हिस्सा निरंतर दरक रहा है, जिससे हाईवे भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। साथ ही सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच हाईवे तीन और स्थानों पर भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। एनएच को प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम के निर्देश दिए गए थे, पर हालात अब भी पूर्ववत हैं।