नई दिल्ली : आपको बतादें कि एक खबर सामने आई है कि गुजरात के साबरकांठा जिले का एक कारोबारी परिवार अपनी सभी संपत्ति त्याग कर संन्यास की ओर आगे बढ़ने के लिए तैयार है। दरअसल गुजरात के हिम्मतनगर के रहने वाले बिजनेसमैन भावेश भाई भंडारी और उनकी पत्नी ने अपनी 200 करोड़ की संपत्ति दान कर सन्यास लेने का निर्णय लिया है और उनके इस फैसले की खूब चर्चा चारो तरफ है।
भावेश भाई को जाननेवालों का कहना है कि भंडारी के परिवार का हमेशा से जैन समाज की ओर झुकाव रहा है। अक्सर इनके परिवार की मुलाकात दीक्षार्थियों और गुरुजनों से होती रही है। भावेश भाई और उनकी पत्नी ने अपनी एशो-आराम की जिंदगी त्यागकर जैन धर्म की दीक्षा लेने और सन्यासी जीवन बिताने का फैसला किया है। भावेश बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के बिजनेस से जुड़े हुए हैं। उनका कारोबार साबरकांठा से अहमदाबाद तक फैला हुआ है। 22 अप्रैल को भावेश भाई और उनकी पत्नी समेत 35 लोग हिम्मतनगर रिवर फ्रंट पर संयमित जीवन जीने का संकल्प लेंगे। इतना ही नहीं बल्कि संकल्प के बाद उन दोनों को संयमित दिनचर्या जीनी होगी जिसमें जीवन भर भिक्षा मांगकर गुजारा करेंगे। और पंखा, एसी, मोबाइल फोन जैसी सुख-सुविधाएं भी त्यागनी पड़ेगी। वे जहां कहीं भी यात्रा करेंगे उन्हें नंगे पांव चलना होगा। भावेश के 16 साल के बेटे और 19 साल की बेटी दो साल पहले ही जैन समाज की दीक्षा ले चुके हैं।