नई दिल्ली : कोरोना एक बार फिर से फैल रहा है। अध्ययनों से सामने आया है वायरस में लगातार म्यूटेशन जारी है, इसी से उपजा ओमिक्रॉन का नया सब-वैरिएंट JN.1 दुनियाभर में एक बार फिर से इस संक्रामक रोग के खतरे को बढ़ा रहा है। प्रारंभिक शोध में निकला है कि वैसे तो JN.1 वैरिएंट गंभीर रोगकारक नहीं है पर इसके कारण किसी आबादी में तेजी से संक्रमण के प्रसार का जोखिम जरूर अधिक हो सकता है ।
नजर डालें तो पता चलता है कि चीन, सिंगापुर, अमेरिका सहित कई देशों में JN.1 की पुष्टि हो चुकी है। कुछ देशों में इस नए वैरिएंट के प्रसार की गति काफी तेज है जोकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने JN.1 की प्रकृति को देखते हुए इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के रूप में वर्गीकृत किया है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा जारी आंकड़ों के हवाले से कहा गया है कि दिसंबर के मध्य तक यह वैरिएंट देशभर में 44% कोविड मामलों के लिए जिम्मेदार है।