राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की बेटियों ने संकल्प से शिखर तक पहुंच के करारा जवाब दिया है। जूड़ो में उन्नति शर्मा ने जहां 35 दिन में हार का हिसाब बराबर कर राज्य को स्वर्ण पदक हासिल किया। शालिनी नेगी ने मजाक बनाने वालों को 10 किलोमीटर रेस वॉक में रजत पदक जीतकर जवाब दिया। उत्तराखंड की बेटी उन्नति शर्मा के मुताबिक उसकी स्कूलिंग देहरादून के डीएवी पब्लिक स्कूल से हुई है। मात्र 11 साल की थी तभी से व्यायाम शिक्षक ने उसे इस खेल से जुड़ने की सलाह दी। खेल की शुरुआत की तो उसकी रुचि बढ़ने लगी। मेडल आए तो परिजनों ने भी प्रोत्साहित किया, लेकिन इसी साल चार से सात जनवरी को नई दिल्ली में हुई जूड़ो की सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में वह मध्य प्रदेश की हिमांशी टोकस से हार गई थी। उसने तभी संकल्प लिया कि राष्ट्रीय खेलों में उसे गोल्ड लाना है। राष्ट्रीय खेलों में मंगलवार को जूडो में उसका मुकाबला एक बार फिर मध्य प्रदेश की उसी हिमांशी टोकस से हुआ जिससे 35 दिन पहले वह नई दिल्ली में हार गई थी, लेकिन मंगलवार को हुए जूड़ों के 63 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में उसने हार का हिसाब बराबर कर दिया। उत्तराखंड की बेटी शालिनी नेगी ने महिला वर्ग की 10 किलोमीटर की रेस वॉक में न सिर्फ उत्तराखंड के लिए रजत पदक जीता
उत्तराखंड की बेटियों का जलवा, शालिनी ने रजत से दिया जवाब
