बीच रास्ते रुकी ट्रेन, 300 यात्री जंगल के रास्ते पैदल निकले लालकुँआ को

रेलवे अधिकारी समय से जलभराव की स्थिति को देख लेते या इसपर पहले से सोचते तो करीब 300 यात्रियों को भीगते हुए जंगल के रास्ते डेढ़ किमी पैदल चलकर लालकुआं नहीं आते। पानी  भरने के कारण सिग्नल नहीं मिलने से काशीुपर से लालकुआं आ रही ट्रेन स्टेशन से करीब डेढ़ किमी पहले आउटर पर रुक गई। इस दौरान यात्रियों ने सोचा कि शायद थोड़ी देर में सिग्नल मिल जाएगा और ट्रेन चलेगी लेकिन इंतजार जब आधे घंटे से ज्यादा का हो गया तो आगे के डिब्बों में बैठे कुछ लोगों ने लोको पायलट और पीछे के लोगों ने ट्रेन के गार्ड से मालूमात की। तब जाकर यात्रियों को पता चला कि लालकुआं रेलवे स्टेशन के सभी ट्रैकों पर काफी पानी भर गया है जिस कारण सिग्नल क्लियर नहीं हो पा रहा है और अब ट्रेन वापस काशीपुर ही जाएगी। ट्रेन में सवार करीब 300 यात्रियों तक पहुंची तो सभी अपना-अपना सामान उठाकर जंगल के रास्ते भीगते हुए लालकुआं की ओर बढ़ चले। लालकुआं से यात्री सड़क मार्ग से गंतव्य के लिए रवाना हुए। ट्रेन में सवार करीब 300 यात्रियों तक पहुंची तो सभी अपना-अपना सामान उठाकर जंगल के रास्ते भीगते हुए लालकुआं की ओर बढ़ चले। लालकुआं से यात्री सड़क मार्ग से गंतव्य के लिए रवाना हुए।

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