लाखों भक्तों के विश्वसनीय आस्था के प्रतीक संत प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज छटीकरा मार्ग स्थित अपने आवास से बीते सोमवार रात ढाई बजे पदयात्रा न कर कार से वराह घाट स्थित अपने आश्रम श्रीहित राधा केलि कुंज पहुंचे जिस वजह से क्योंकि कड़ाके की ठंड में तीन-चार घंटों से सड़क के दोनों ओर खड़े भक्तों-संतों को दर्शन नहीं हो पाए। भक्त मायूस ही वापस लौटे।
जबकि अगले दिन मंगलवार को दिनभर उनके आश्रम में भक्तों का ताता लगा रहा और उन्होंने दर्शन किए। संत प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य और उनके दर्शन के लिए रात से ही उमड़ने वाली भक्तों की भीड़ को देखते हुए पदयात्रा पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगाईं है। श्रीहित राधा केलि कुंज आश्रम के सूत्रों के मुताबिक़, संत प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज अपने परिकर के साथ सोमवार रात ढाई बजे पैदल न चलकर कार से आश्रम पहुंचे उनका फिर नियत समय पर सत्संग हुआ था।