नगालैंड में ग्रामीणों और सुरक्षाकर्मीयो पर फायरिंग के बाद मौत मामलें को लेकर गृहमंत्री अमित शाह आज सदन के दोनों सदनों में बयान पेश करेंगे । लेकिन इस मामलें पर कांग्रेस सांसदों की ओर से भी चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दर्ज किया गया है। आपको बतादें कि लोकसभा में भी नगालैंड पर विपक्षी दल जमकर हंगामा मचाए हुए हैं। विपक्ष गंभीर इस नगालैंड मामले में सरकार के बयान को चाहता है। जिसकी मांग वो लगातार कर रहा है। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री इस मामले पर आज अपना बयान दे सकते हैं। आज नागालैंड मामले को जब सदन में चर्चा हुई तो विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा को 12 बजे तक स्थगित किया गया। विपक्षी सांसद नगालैंड मामले पर सरकार के बयान की मांग कर रहे थे, साथ ही इस पर पूरी रिपोर्ट की भी मांग कर रहे थे।
आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संसद पहुंच चुके हैं। जहाँ वो इस गंभीर मुद्दे नागालैंड को लेकर वरिष्ठ मंत्रियों के साथ और भी अन्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। इसके साथ ही वे आगे की रणनीति पर भी बैठक कर रहे हैं। ख़बरों की मानें तो नगालैंड के मोन जिलें में ग्रामीणों पर हुई फायरिंग और 14 की मौत मामले में गृहमंत्री अमित शाह आज संसद के दोनों सदनों में अपना बयान पेश करने जा रहे हैं और मोन जिले में असम राइफल्स के जवानों पर ग्रामीणों को गलती से उग्रवादी समझकर गोलीबारी करने का आरोप है। इस मामले में असम राइफल्स और राज्य सरकार की ओर से जांच की जा रही है।
वेंकैया नायडू ने आज दो बजे तक राज्यसभा की स्थगित
आपको बतादें की विपक्ष के हंगामें के चलते सुबह करवाई को 12 बजे तक को स्थगित किया गया था लकिन अब फिर से भारी हंगामें के मद्देनज़र राज्यसभा को सभापति वेंकैया नायडू ने आज दो बजे तक स्थगित कर दिया है।
क्या है नागालैंड मामला ?
दरअसल,रविवार को नागालैंड के मोन जिले में एक के बाद एक गोलीबारी की तीन घटनाओं में सुरक्षाबलों की गोलियों से करीब 14 लोग मारे गए। जबकि अन्य 11 घायल हो गए. पुलिस ने बीते दिन रविवार को इस मामले प कहा कि पहली घटना संभवत: गलत पहचान की वजह से हुई है जिसके बाद जो भी दंगे हुए उसमें एक सैनिक भी शहीद हुआ है। गोलीबारी की पहली घटना तब हुई जब शनिवार शाम कुछ कोयला खदानकर्मी एक पिकअप वैन में सवार होकर गाना गाते हुए घर लौट रहे थे. सेना के जवानों को प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिली थी और इसी गलतफहमी में इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की, जिसमें छह मजदूरों की जान गई है। चली गई.

