आए दिन ट्रेन हादसे और हादसों की कोशिशे होना जैसे जैसे आम खबरें हो गया है अब खबर है कि कानपुर में बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच जिस जगह भरे हुए एलपीजी सिलेंडर की मदद से कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की नाकाम कोशिश हुई, उसके नजदीक की साजिशकर्ता बैठकर हादसा होने का इंतजार कर रहे थे। मौका मुआयना करने के बाद अधिकारियों की जांच इसी ओर इशारा करती है।
शुरूआती जांच में पता चला है कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर एक बैग और तरल पदार्थ भरी बोतल मौजूद थी जिसमें बत्ती लगी हुई थी। ऐसे में आशंका है कि बोतल में भरे ज्वलनशील पदार्थ को घटना को और बड़ा बनाने के लिए तैयारी हुई थी। मौके से बारूद जैसे दिखने वाले पदार्थ के तीन पैकेट बरामद हुए हैं। साथ ही मौके की घास दबी हुई थी और मोमबत्ती व माचिस भी मिली है साजिशकर्ता ट्रेन पलटने का इंतजार कर रहा था। साजिशकर्ता एक थे या कई, इसपर अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। मोमबत्ती और माचिस भी मिली है।एनआईए के अधिकारियों को भी घटना से जुड़ी जानकारी साझा की जा रही है। डीसीपी पश्चिम का कहना है कि हर पहलू पर जांच की जा रही है