मां गंगा की स्वच्छता को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने उत्तराखंड के विकास पर सवाल उठाकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि , मां गंगा के नाम की कसम खाने वाले भाजपा के नेता आज गंगा की गंदगी के जिम्मेदार हैं।
श्रवणनाथ नगर स्थित होटल में ठहरे अखिलेश यादव ने पत्रकारों से कहा, आज कोई भी भाजपाई नाले और सीवर से दूषित हो रही गंगा का आचमन नहीं कर सकता है। भाजपा सरकारों को अपनी सबसे ज्यादा नापसंद बताते हुए कहा, अपने कार्यकाल में उन्होंने हल्द्वानी के लिए फोरलेन बनाई, लेकिन सरकार आज तक हाईवे के उस हिस्से को नहीं बना सकी जो इनके हिस्से में है।कहा, भाजपा के खास लोगों को इससे ज्यादा मुनाफा हो रहा है। भाजपा की मुनाफाखोरी और चंदा वसूली की वजह से महंगाई बढ़ रही है। योजना फौजी को सम्मान दिलाने वाली नहीं, बल्कि सम्मान छीनने वाली योजना है। कहा, जीएसटी व्यापार को आसान करने के लिए थी, लेकिन भाजपा ने इसे ऐसा बना दिया कि आम व्यापारी इससे परेशान हो रहे हैं। अखिलेश ने कहा, भाजपा नकारात्मक राजनीति कर रही है। इस नारे का भाजपा में भी विरोध हो रहा है। कई लोगों ने इस नारे से किनारा कर लिया है। इस नारे को ठीक करने के लिए सुझाव दे रहे हैं। सवाल पूछने वाले पत्रकारों से कहा, यदि उन्हें यह नारा ज्यादा प्रिय लग रहा तो नारा देने वाले को वह उत्तराखंड बुला लें। हरिद्वार की सब इंडस्ट्री खत्म होती चली गईं। जिस लक्ष्य से उत्तराखंड को बनाया गया था कि यहां के लोगों को खुशहाली मिलेगी। उद्योग लगेंगे तो नौजवानों को नौकरी मिलेगी, कारोबार बढ़ेगा। वह लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया।