लंबे समय तक बारिश न होने की वजह से राज्य में बिजली उत्पादन पांच साल पुराने स्तर पर पहुंच गया है। यूजेवीएनएल के कई जल विद्युत गृहों का उत्पादन आंकड़ा नीचे जा चूका है। उधर, बिजली की मांग चार करोड़ यूनिट से ऊपर जाने लगी है। बिजली संकट की चिंता तो बढ़ रही है लेकिन यूपीसीएल का दावा है कि सभी जरूरी इंतजाम हुए हैं।
प्रदेश में यूजेवीएनएल का उत्पादन में गिरावट आई है। यूपीसीएल की बिजली मांग बढ़ रही है। उत्पादन 70 लाख यूनिट तक गिर गया है, जो पूर्व में 2.2 करोड़ यूनिट तक चल रहा था। बिजली की मांग चार करोड़ यूनिट है, जिसके सापेक्ष राज्य की 70 लाख यूनिट, केंद्रीय पूल की 1.6 करोड़ यूनिट, अन्य माध्यमों से 1.6 करोड़ यूनिट बिजली उपलब्ध हो रही है। यूपीसीएल के अफसरों का कहना है कि फिलहाल तो स्थिति नियंत्रण में है लेकिन बिजली की मांग बढ़ने के बाद थोड़ी परेशानी होगी और उसके इंतजाम भी हुए हैं।