राजधानी देहरादून में बीते रविवार रात भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गए। तीव्रता के पैमाने पर भूकंप बेशक हल्का था, लेकिन इसके पीछे बड़ी चेतावनी थी। खतरे की यह घंटी उन गगनचुंबी इमारतों के लिए थी जो दून से गुजर रही भूकंप रेखा के ऊपर या आसपास बनी हैं। पहले दिनों देहरादून के मास्टर प्लान में भूकंप रेखा को चिह्नित कर उस पर निर्माण को रोकने की पैरोकारी की गई है। देहरादून भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है। यहां राजपुर रोड, सहस्त्रधारा और शहंशाही आश्रम से मेन बाउंड्री थ्रस्ट फाल्ट लाइन और मोहंड के आसपास से हिमालयन फ्रंट थ्रस्ट फाल्ट लाइन गुजरती है। दून घाटी में 29 अन्य भूकंपीय फाल्ट लाइनें भी हैं।पहाड़ी क्षेत्रों में बहुमंजिला निर्माण किया गया है। इन इमारतों को हल्के भूकंप का झटका बार-बार चेता रहा है।घर्षण होने से उत्पन्न ऊर्जा बाहर निकलती है। इससे भूकंप आता है।
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