नई दिल्ली : विस चुनाव बेहद करीब हैं इसी कड़ी में अब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की आपसी जुबानी जंग तेज भी बढ़ते देखी जा सकते है। प्रत्याशियों का एलान होते ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप मढ़े जाना शुरू हो चूका है। जीत के लिए राजनैतीक दलों ने ताकत झोक दी है। प्रत्याशियों की सूची जारी की जा रहीं हैं जिसके बाद पार्टियां एक दूसरे की छवि धूमिल करने में जुट गयीं हैं
यूपी में 10 फरवरी से 7 मार्च तक एक्जिट पोल पर रोक-
उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग ने 7 मार्च तक किसी भी तरह के एक्जिट पोल को दिखाने या छापने पर रोक लगा दी है। ये रोक 10 फरवरी से सात मार्च तक जारी रहेगी। 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश में पहले चरण की वोटिंग होगी। चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि इसका उल्लंघन करने वाले को दो साल की जेल या जुर्माना या दोनों की सजा प्रावधान रखा गया है।
सपा पर नड्डा का तंज-आपको बतादें सभी पार्टियों ने बड़े नेता घर घर जाकर वोटों को अपील करते नज़र आ रहे हैं। उन्होंने आज प्रचार के दौरान कहा की भाजपा ऐसा दल है जो ये दम के साथ कह सकता है- जो कहा था, वो किया है। जो कहेंगे, वो करेंगे। सपा ऐसा कह सकती है क्या? उन्होंने कहा था विकास करेंगे, लेकिन लाए माफियाराज। कहा था कि हम कानून व्यवस्था सुधारेंगे, लेकिन रेत माफिया, खनन माफिया, आतंकियों को समर्थन किया। नड्डा ने कहा कि हम लोगों के विकास के लिए काम करते हैं। लेकिन वो लोग इत्र छिड़कते हैं।

