भूस्खलन में दो बसें त्रिशूली नदी में बहीं, सात भारतीयों समेत 65 लोग हुए लापता 

चितवन के मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव ने बताया है कि दोनों बसों में चालकों सहित कुल 63 लोग सवार थे। हादसा सुबह करीब 3:30 बजे का है। हम घटनास्थल पर हैं और तलाशी अभियान जारी रहा। बारिश के कारण लापता बसों की तलाश में हमें दिक्कत हो रही है। घटना चितवन जिले में नारायणघाट-मुगलिंग रोड पर सिमलताल इलाके में हुई। मौसम खराब रहने के कारण काठमांडू से भरतपुर, चितवन तक की सभी उड़ानें आज के लिए रद्द कर दी गई हैं। काठमांडू जाने वाली एक बस और राजधानी से गौर जाने वाली दूसरी बस सुबह करीब साढ़े तीन बजे दुर्घटनाग्रस्त हुई है। काठमांडू जाने वाली बस में 24 लोग और गौर जाने वाली बस में 41 लोग सवार थे। दूसरी बस में सवार तीन यात्री कूदकर भागने में सफल रहे। बीरगंज से काठमांडू जा रहे 21 यात्रियों के बारे में जानकारी मिली है। हालांकि, पुलिस ने बताया है कि बस में सवार यात्रियों में सात भारतीय नागरिक भी थे।

त्रिशूली नदी में बस के लापता होने पर दुख व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने तत्काल खोज और बचाव अभियान निर्देश जारी हुए हैं। उन्होंने नागरिकों से आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया। पुलिस अधीक्षक भावेश रिमल ने कहा कि नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल के जवान बचाव अभियान के लिए घटनास्थल की ओर बढ़ रहे हैं। भूस्खलन और बाढ़ में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। नेपाल में मानसून आपदाओं की वजह से एक दशक में 1,800 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *