राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोरखपुर में “आयुष विश्वविद्यालय” की रखी नींव

गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में चार साल में ये दूसरी बार है जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गोरखपुर आए हैं।आज ( शनिवार) को भटहट के पिपरी में  प्रदेश के पहले “आयुष विश्वविद्यालय” का शिलान्यास करने राष्ट्रपति गोरखपुर आये हैं। राष्ट्रपति सुबह सेना के वायुयान से गोरखपुर एयरपोर्ट आए जहाँ से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से भटहट के पिपरी पहुंचे। शिलान्यास समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा कई अन्य नेता भी मौजूद रहे। 

आज इस शिलान्यास समारोह में अचानक बारिश शुरू हो गई तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही इसका स्वागत कुछ अलग अंदाज़ से किया। उन्होंने सम्बोधन में कहा कि “भगवान इन्द्रदेव भी अपना आशीर्वाद देने हम सबके बीच में आ गए हैं।” भारतीय शास्त्रों में एक मान्यता है कि कोई शुभ कार्य यदि सम्पन्न हो रहा हो, उस दौरान यदि आकाश से बारिश हो तो इसे बहुत ही शुभ संकेत कहतें हैं। जब हम लोग सुबह लखनऊ से चले तो मौसम की भविष्यवाणी के मुताबिक़, गोरखपुर में बारिश होने वाली है। लेकिन कभी-कभी मन में संदेह यह होता था कि बारिश यदि शाम को हुई तो हमारा शिलान्यास का कार्यक्रम तो संपन्न हो जाएगा। लेकिन हमें लगता है कि इस आयुष विश्वविद्यालय के प्रति आपका जो समर्पण है उसने इन्द्रदेव ने बाध्य कर दिया कि इस कार्यक्रम के संपन्न होने के दौरान ही आपको आशीर्वाद देदिया है। उन्होंने बापू महात्मा गांधी को  याद करते हुए कहा कि उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा दिया और स्वीकार्यता दी। कोविड में आयुष ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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