आज अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका से भारत सहित दुनिया के तमाम देशों के शेयर बाजार बेहद बेकार रहा। सेंसेक्स 2600 अंक के करीब गिर गया, तो निफ्टी भी 24,000 अंक के नीचे आ गया।
शेयर बाजार की इस गिरावट से निवेशकों को लगभग 17 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। शेयर बाजार में यह भूचाल अमेरिका में मंदी आने की आहट के कारण आया है।कंपनियों के सकल मैन्युफैक्चरिंग आंकड़े (पीएमआई) में कमी आई है। इसका अर्थ है कि अमेरिका में निर्माण में कमी आ रही है। इसका सीधा कुछ बड़ी कंपनियों में छंटनी के रूप में सामने आ सकता है। यदि ऐसा होता है तो अमेरिका में बेरोजगारी का दौर बढ़ेगा। वहां की प्रमुख कंपनियों के उत्पादों की खपत में कमी आ सकती है। अगली दो तिमाही के पीएमआई के आंकड़े ही बता पाएंगे। लेकिन शुरूआती लक्षण ठीक नहीं है, इसका अर्थ है कि यदि अमेरिकी सरकार ने दखल नहीं दिया, तो भविष्य में स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है।