कानपुर-झांसी रूट पर बोल्डर, कासगंज रेलवे लाइन पर एलपीजी सिलिंडर के बाद रविवार को हावड़ा रूट पर छोटा सिलिंडर रखकर ट्रेन पलटाने की तीसरी बड़ी साजिश सामने आई है। जांच एजेंसियों को अंदेशा है कि कहीं ये घटनाएं किसी बड़ी वारदात के लिए ट्रायल भी हो सकती हैं। तीनों जगह हुई घटनाओं में कई समानताएं हैं, जिसकी वजह से उनकी कड़ियों को एक-दूसरे से जोड़कर देखा जा रहा है।
पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे के अधिकारी उनका आकलन करने में लगे हैं। कानपुर झांसी रूट पर भीमसेन स्टेशन के नजदीक 16 अगस्त की रात करीब 2:33 बजे रेलवे लाइन पर लोहे की पटरी फंसा दी गई थी। इसकी वजह से वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के इंजन समेत 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। मंधना की ओर से बर्राजपुर स्टेशन को क्रॉस करते हुए जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के इंजन से टकराकर सिलिंडर क्षतिग्रस्त हो गया था। कालिंदी एक्सप्रेस के साजिश वाला स्थान शिवराजपुर टोल प्लाजा से 300 मीटर दूर था। आसपास के लोगों का कहना है कि देर रात में अक्सर लोग गाड़ी में बैठकर शराब पीते हैं। ई पहलुओं पर जांच की जा रही है।