बीते दिन शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन की समस्या से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा था। दुनियाभर में एयरलाइंस, बैंकिंग, वित्तीय संस्थानों और टीवी चैनल्स इस तकनीकी संकट से इसका प्रभाव गहरा हुआ। एक अपडेट के चलते माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर्स ने काम करना बंद कर दिया। साइबर सुरक्षा फर्म क्राउडस्ट्राइक के एक एंटी वायरस प्रोग्राम फाल्कन सेंसर को अपेडट करने के चलते तकनीकी संकट को झेलना पड़ा।
पूरी दुनिया में यह चर्चा का विषय बन गया कि हाल के समय के सबसे बड़े आईटी संकट के पीछे क्या वजह है? और इसके पीछे कौन है? इन सभी सवालों के बीच विंसेंट फ्लीबस्टियर नाम का एक शख्स सामने आया है। विंसेंट ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर खुद को क्राउडस्ट्राइक का कर्मचारी बताया और दावा किया कि उसकी गलती की वजह से माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर डाउन हुआ और पूरी दुनिया इससे संकट में आई।
विंसेंट ने अपने पोस्ट में क्राउडस्ट्राइक में के ऑफिस में अपनी एक तस्वीर को साझा करते हुए लिखा ‘क्राउडस्ट्राइक में पहला दिन। एक छोटा सा अपडेट किया और फिर दोपहर में छुट्टी ले ली।’ विंसेंट की यह फोटो कुछ ही देर में वायरल हो गई और लाखों लोगों ने इस लाइक किया और 36 हजार से ज्यादा लोगों ने शेयर किया।
वहीँ आपको बतादें कि पता चला कि विंसेंट का ये सिर्फ एक मजाक था। लेकिन तब तक लाखों लोग विंसेंट के झूठ को सच मान चुके थे। करीब दो घंटे बाद विंसेंट ने एक और पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि कंपनी ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया है। विंसेंट ने लिखा कि ‘सिस्टम एडमिन के रूप में उसका क्राउडस्ट्राइक में पहला दिन था और अति उत्साह में उसने एक छोटा सा अपडेट किया और फिर घर चला गया, लेकिन शायद मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। मुझे बिना टेस्टिंग के अपडेट को प्रोडक्शन में नहीं डालना चाहिए था। इससे तकनीकी समस्या हुई और उसके चलते मुझे नौकरी से निकाल दिया गया।’ सोशल मीडिया पर कई तरह की साजिशों के दावे किए जा रहे थे। ऐसे में लोगों को एक ऐसा व्यक्ति चाहिए होता है, जो इसकी जिम्मेदारी ले। लोगों को नई जानकारी चाहिए थी और फर्जी जानकारी हमेशा नई होती हैं क्योंकि उन्हें कहीं और नहीं पढ़ा गया होता है। विंसेंट ने बताया कि इसी लिए उसने खुद को माइक्रोसॉफ्टर सर्वर डाउन होने के लिए जिम्मेदार ठहराया।