यूके में हाल में बढ़े कोरोना संक्रमण के आंकड़े बढ़े हैं। नया वैरिएंट EG51 को प्रमुख कारण बताया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में कहा है। इस नए वैरिएंट की प्रकृति को समझने के लिए अध्ययन किया जा रहा है। फिलहाल इसे गंभीर रोगकारक नहीं कहा जा रहा है। मीडिया की मानें तो,भारत में भी इस वैरिएंट को पाया गया गया है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को सतर्कता बरतने को कहा गया है।
सही में क्या ? यह वैरिएंट बड़े खतरे का कारण बनेगा ? मौजूदा खबर के अनुसार बड़ा प्रश्न है।स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, नए वैरिएंट की प्रकृति गंभीर रोगकारक नहीं है, हालांकि इसमें कुछ अतिरिक्त म्यूटेशन जरूर देखे गए है, जिसके कारण इसकी संक्रामकता को लेकर चिंता है यह संक्रमण बढ़ाने का कारण हो सकता है।

