अनुराग कुमार
कोरोना वायरस के प्रसार के 16 महीने बाद भी इस सिद्धांत का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक रूप से मान्य साक्षय नहीं है कि कोरोना वायरस चीन में एक प्रयोगशाला से निकला है, बल्कि ताजा अध्ययन बताते हैं कि वायरस की उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से हुई है।
द लैंसेट पत्रिका में दुनिया भर के दो दर्जन जीवविज्ञानी, पारिस्थितिकीविदों, महामारी विज्ञानियों, चिकित्सकों, सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों और पशु चिकित्सकों ने लिखा, हमारा मानना है कि इस वैज्ञानिक साहित्य में नए, विश्वसनीय और समीक्षित साक्ष्यों में सबसे मजबूत सुराग यह मिला है कि वायरस प्रकृति में विकसित हुआ है।
जबकि इस सिद्धांत का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक रूप से मान्य साक्ष्य नहीं है कि कोरोनो वायरस एक प्रयोगशाला से निकला है।

