कांग्रेस पार्टी में मची अंतर्कलह के बाद 16 अक्टूबर को बुलाई गई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक

नई दिल्ली : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा लिये जाने और उसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद कांग्रेस में मची अंतर्कलह पर समीक्षा के लिए नई दिल्ली में 16 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलायी गई है। इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों और कांग्रेस के संगठनात्मक मॉडल पर चर्चा होगी।कुछ दिनों पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के दबाव में अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

अमरिंदर सिंह की जगह दलित जाति से आने वाले चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया था। और उसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी के कुछ फैसलों पर नवजोत सिंह सिद्धू ने आपत्ति जतायी थी और उन्होंने खुद पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद पार्टी को काफी संकटों से गुजरना पद रहा था। सिद्धू के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में कई सीनियर लीडर्स भी कांग्रेस आलाकमान पर हमलावर हो गयेथे। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने सबसे पहले कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोला , उन्होंने कहा कि अभी पार्टी का कोई अध्यक्ष नहीं है,तो पार्टी में कौन फैसले ले रहा है, नहीं मालूम… इसी सिलसिले में सिब्बल ने ही कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाने की भी मांग की , उन्होंने कहा कि वह इस प्रकार कांग्रेस को बर्बाद होते नहीं देख सकते। सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए पूरी पार्टी को एकजुट होना होगा। इसलिए कार्यसमिति की बैठक जल्द से जल्द बुलायी जानी चाहिए। और कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर भी जल्दी ही फ़ैसला लिया जाना चाहिए।
दूसरी ओर कांग्रेस के एक और वरिष्ठ गुलाम नबी आजाद ने अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी। उन्होंने भी पार्टी हाई कमान से मांग की है कि जल्द से जल्द कांग्रेस कार्यकारिणी समिति की बैठक बुलायी जाये। जिसके बाद पार्टी की ओर से कार्यकारिणी की बैठक बुलाने की घोषणा कर दी गई है।