शनिवार को शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए के कामकाज को देखने के लिए एक सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन हुआ था इस समिति के नेतृत्व की जिम्मेदारी इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ के राधाकृष्णन कौ सौंपी गई थी।
शिक्षा मंत्रालय की माने तो आज सोमवार को इस समिति की बैठक होने वाली है और सात सदस्यीय समिति अगले दो महीनों में मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भी सौंपेगी। सात सदस्यीय पैनल के गठन के दौरान मंत्रालय की गया है कि” राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से परीक्षाओं का पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए, उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी की संरचना और कामकाज पर सिफारिशें करने के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।”
NEET-UG परीक्षा आयोजित करने वाली NTA को परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। NTA ने दावा किया कि उसकी वेबसाइट और उसके सभी वेब पोर्टल पूरी तरह सुरक्षित हैं। NTA ने पोर्टल से छेड़छाड़ के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें “गलत और भ्रामक” बताया।