आज दिन शुक्रवार तारीख 10 मई को देश के अलग अलग हिस्सों में अक्षय तृतीया का पर्व बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है। अक्षय तृतीया, जिसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है, आमतौर पर इसे हिंदू और जैन धर्म में धूमधाम से मनाया जाता है। यह शुभ अवसर नई शुरुआत और समृद्धि का प्रतीक है। “अक्षय” शब्द का अर्थ स्वयं “अविनाशी” या “अमर” होता है। यह भी माना जाता है कि कोई अगर इस दिन कोई कार्य करता है तो उसे सफलता अवश्य मिलती है। ऐसे में आइए इस लेख में जानते हैं कि की क्या है अक्षय तृतीया और इसका क्या महत्व है, इस साल इसका शुभ मुहूर्त कब है और साथ ही ये भी जानेंगे कि क्यों इस बहुत से लोग सोना खरीदते हैं? वैशाख माह के तृतीय तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। यह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को होता है। इस दिन को लेकर लोगों में कई मान्यताओं को मानते हैं। जिनमें से सबसे प्रमुख मान्यता ये है कि इस दिन बिना पंचांग देखे किसी भी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्य को किया जा सकता है। आज के दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा करने से कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होती है।
शुभ मुहूर्त –
तृतीया तिथि का प्रारंभ – 10 मई 2024 को सुबह 4:17 बजे
तृतीया तिथि का समापन – 11 मई 2024 को रात 2:50 बजे
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त – सुबह 5:33 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक
कुल अवधि – 6 घंटे 44 मिनट