मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर पहली बार इन जवानों का 10 लाख रुपये का बीमा किया गया है। भोजन-पानी की व्यवस्था प्रशासन लगा हुआ है। केदारनाथ पैदल मार्ग में कठिन परिस्थितियों के बीच पीआरडी के जवान श्रद्धालुओं की सेवा से लेकर रेस्क्यू तक की जिम्मेदारी पूरी कर रहे है। म्यूल टास्क फोर्स में वह घोड़े-खच्चरों के मानक के मुताबिक़, संचालन का कार्य भी देखने में लगे हुए हैं।
केदारनाथ धाम तक पैदल यात्रा मार्ग को सात पड़ाव में बांटा गया है। हर पड़ाव पर सामान्य ड्यूटी के लिए पीआरडी के छह और रेस्क्यू एवं अन्य कार्यों के लिए एसडीआरएफ के छह जवान लगाए गए हैं। इसके अलावा सेक्टर मजिस्ट्रेट अधिकारियों के साथ म्यूल टास्क फोर्स के जवान तैनात हैं। पीआरडी जवानों की सेहत का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। रुद्रप्रयाग के सीडीओ जीएस खाती ने बताया, इस वर्ष 90 से 95 जवानों को यात्रा मैनेजमेंट में लगाया गया है। इससे जवानों की ड्यूटी रोटेशन में लगाई जा रही